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स्पाइस जेट के उड़ान पर डीजीसीए ने लगाया पचास फीसदी लगाम

संवाददाता : मिथिलेश मिश्रा

लोकेशन : दिल्ली

स्पाइस जेट पर DGCA के अंकुश के बाद कंपनी के आलाधिकारी के माथे पर पसीना नजर आने लगा है । आठ सप्ताह का उड़ान पर पचास फीसदी रोक लगने के बाद स्पाइस जेट अपने कार्य प्रणाली में सुधार लाने का शुरुआत कर चुका है । स्पाइस जेट एयरलाइन्स की सर्विस में लगातार गड़बड़ी की शिकायतों के बाद यह निर्णय DGCA ने लिया है। गौरतलब हो कि पिछले 18 दिनों में स्पाइस जेट के विमानों में 8 बार तकनीकी खराबी की सूचना मिलने के बाद डीजीसीए ने कंपनी को नोटिस जारी किया था।

स्पाइस जेट कंपनी को DGCA ने 6 जुलाई को नोटिस भेजा

पिछले 6 जुलाई को स्पाइसजेट को भेजे अपने नोटिस में रेगुलेटर ने कहा था कि एयरलाइन एयरक्राफ्ट रूल्स 1937 के तहत ‘सुरक्षित हवाई सेवाएं देने में विफल रही है। घटनाओं से पता चलता है कि खराब आंतरिक सुरक्षा के कारण सिक्योरिटी मार्जिन में गिरावट आई है। रेगुलेटर ने नोटिस का जवाब देने के लिए एयरलाइन को तीन हफ्ते का समय दिया।इस संबंध में नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री वीके सिंह ने हाल ही में राज्यसभा को बताया कि डीजीसीए ने 9 जुलाई से 13 जुलाई के बीच 48 स्पाइसजेट विमानों पर 53 स्पॉट चेक किए और इसमें कोई बड़ा सुरक्षा उल्लंघन नहीं पाया गया।

 बिहार के पटना में मिली थी पहली गड़बड़ी नजर आया

स्पाइसजेट के विमानों में गड़बड़ी की शुरुआत 19 जून को हुई थी। 19 जून 2022 को स्पाइसजेट के बोइंग यात्री विमान 737-800 ने पटना से उड़ान भरी, लेकिन टेक ऑफ के कुछ ही देर बाद विमान को वापस पटना उतारना पड़ा था। अधिकारियों ने बताया कि विमान से एक पक्षी टकरा गया था। पायलट को विमान के एक इंजन से धुआं निकलता हुआ दिखाई दिया, जिसके चलते उसने विमान को वापस लैंड करने की अनुमति मांगी थी। इस विमान में कुल 191 लोग सवार थे जिनमें 185 यात्री और पायलट सहित 6 क्रू मेंबर थे।

उसी दिन यानी 19 जून को ही स्पाइसजेट के एक दूसरे विमान बोमबार्डियर क्यू 400-8 ने दिल्ली से उड़ान भरी, लेकिन उड़ान के कुछ ही देर बाद केबिन में उचित प्रेशर न बन पाने के कारण इसे वापस दिल्ली एयरपोर्ट में लैंड कराना पड़ा।

इसके पांच दिन बाद एक और गड़बड़ी सामने आई। 24 जून को गुवाहाटी से कोलकाता जा रहे स्पाइसजेट के विमान क्यू 400 की फ्यूजलैश वॉर्निंग लाइट बीप करने लगी। पायलट ने बताया कि विमान के पिछले हिस्से में मौजूद बैगेज डोर के पास कोई तकनीकी दिक्कत थी। इसकी वजह से विमान को वापस लैंड कराया गया। इसके एक दिन बाद यानी 25 जून को फिर एक ऐसी ही तकनीकी खामी स्पाइसजेट की पटना-गुवाहाटी फ्लाइट में भी पाई गई। इस विमान की उड़ान टेक ऑफ से ठीक पहले ही रद्द करनी पड़ी। इसकी वजह यह थी कि विमान के पिछले हिस्से के बैगेज डोर में तकनीक दिक्कत के कारण फ्यूजफ्लैश लाइट बीप होने लगी थी।

इस महीने दो जुलाई को दिल्ली से स्पाइसजेट के एक विमान ने जबलपुर के लिए उड़ान भरी, लेकिन जब वो 5,000 फीट की ऊंचाई पर पहुंचा तब उसके यात्री केबिन में धुआं आने लगा। इससे यात्रियों को काफी परेशानी होने लगी। इसके बाद विमान की इमरजेंसी लैंडिंग वापस दिल्ली में कराई गई।

दिल्ली-दुबई फ्लाइट की कराची में लैंडिंग

5 जुलाई को दिल्ली से दुबई जा रहे स्पाइसजेट के विमान के ऑयल इंडिकेटर में खराबी का पता लगा। इसके बाद फ्लाइट की पाकिस्तान के कराची में इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी। फ्लाइट में मौजूद सभी पैसेंजर सेफ थे। एयरलाइन ने कहा-स्पाइसजेट B-737 की फ्लाइट नंबर SG-11 दिल्ली से दुबई जा रही थी। यात्रियों को दुबई ले जाने के लिए दूसरी फ्लाइट भेजी गई।

कांगड़ा-मुंबई फ्लाइट की विंडशील्ड टूटी

कांगड़ा से मुंबई के लिए उड़े स्पाइसजेट के एक दूसरे विमान की मुंबई में प्रायोरिटी लैंडिंग करानी पड़ी थी। DGCA के मुताबिक स्पाइसजेट के क्यू-400 विमान की विंडशील्ड में 23 हजार फीट ऊंचाई पर दरार आ गई थी। इसके बाद तत्काल कांडला-मुंबई फ्लाइट को मुंबई एयरपोर्ट पर लैंड कराने का निर्णय लिया गया।

चीन जा रहा कार्गो विमान कोलकाता में उतारा

स्पाइसजेट के बोइंग 737 फ्रीटर कार्गो प्लेन के वेदर रडार ने काम करना बंद कर दिया। फ्लाइट कोलकाता से चीन के चोंगकिंग जा रही थी, लेकिन वेदर रडार खराब होने के बाद विमान को वापस कोलकाता भेजा गया। विमान की कोलकाता में सुरक्षित लैंडिंग हो गई। एयरलाइंस ने बुधवार को इसकी जानकारी दी।

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