मेरठ में 200 साल से निकाली जा रही जगन्नाथ स्वामी की यात्रा की अनुमति दो कमेटी के विवादों के कारण प्रशासन ने नहीं दी है। प्रशासन ने मंदिर परिसर में डोले से प्रसाद वितरण का आदेश दिया है। जगन्नाथ स्वामी की यात्रा पर रोक लगाने से व्यापारी वर्ग ने आपत्ति जताते हुए कहा कि शोभा यात्रा हर हाल में निकलेगी।
उत्तर प्रदेश के मेरठ में 200 वर्षों से निकल रही रथ यात्रा के निकलने पर ग्रहण लगता दिख रहा है। मेरठ में बिल्वेश्वर नाथ मंदिर से निकाली जाने वाली 200 साल पुरानी भगवान जगन्नाथ की यात्रा मंदिर की दो कमेटियों के आपसी विवाद के कारण प्रशासन ने रोक लगा दी है। ये शोभा यात्रा 1987 के दंगों के दौरान संगीनों के साए में भी शहर में धूमधाम से निकाली गई थी। शोभा यात्रा पर रोक की सूचना का समाज में विरोध हो गया है और व्यापारियों ने प्रशासन से शोभा यात्रा अपने खर्चे पर निकालने के बात कही है।
मेरठ में आगामी 7 जुलाई को विलेश्वरनाथ मंदिर से भगवान जगन्नाथ जी की शोभा यात्रा निकाली जानी है। बुधवार को एडीएम सिटी ने भगवान जगन्नाथ यात्रा दोनो कमेटियों के अध्यक्ष राजेंद्र वर्मा और दूसरी कमेटी के अध्यक्ष विजय गोयल उर्फ के साथ बैठक की थी। बैठक में ही दोनो गुट एक-दूसरे पर आरोप लगाते हुए झगड़ने लगे। बढ़ते विवाद को देखते हुए ये तय हुआ कि भगवान जगन्नाथ का डोला मंदिर परिसर में ही रहेगा। रथ पर पंडित विष्णुदत्त शर्मा बैठेंगे। वे मंदिर परिसर में ही प्रसाद वितरण करेंगे। इस दौरान किसी भी व्यक्ति की ओर से कानून व्यवस्था प्रभावित की गई तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
व्यापारियों ने कहा, अपने खर्चे पर निकालेंगे यात्रा
दो कमेटियों के बढ़ते विवाद के कारण शोभा यात्रा पर लगी रोक से व्यापारी वर्ग ने अपनी नाराजगी व्यक्त की है। जिला प्रशासन से अपने खर्चे पर शोभा यात्रा निकालने के अनुमति मांगी है। सदर दलामंडी व्यापार संघ के अध्यक्ष मुकेश अग्रवाल ने एनबीटी ऑनलाइन को बताया कि ऐसा 200 साल में पहली बार हो रहा है कि दो कमेटियों के आपसी विवाद में भगवान का नगर भ्रमण रोका जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्वराजपथ, सदर सर्राफा, चौक बाजार, बरदाना, डिस्को मार्केट आदि व्यापार संघ के अध्यक्षों के साथ मिलकर हम अपने खर्चे पर भगवान जगन्नाथ जी की शोभा यात्रा निकालेंगे।
दंगों के बीच निकली थी शोभा यात्रा
1987 में भारत के सबसे बड़ा दंगा हुआ था। इस दौरान कर्फ्यू होने की वजह से इस शोभा यात्रा पर रोक लगा दी गई थी। इस आदेश का न केवल भारी विरोध हुआ, बल्कि सड़कों पर जनता ने दो दिन तक पुलिस-प्रशासन पर जमकर पथराव भी किया था। उस समय यूपी सरकार ने मजबूर होकर भारी पुलिस बल की मौजूदगी में संगीनों के साए में शोभा यात्रा निकलवाई थी। उस समय प्रसाद के 600 अधिक ठेलों को रखा गया था। सबसे ज्यादा ठेले उस शोभा यात्रा में मौजूद थे। इसका आज तक रिकॉर्ड नही टूट पाया है।
भाजपा नेता बोले, निकलेगी शोभा यात्रा
भाजपा के कैंट विधायक अमित अग्रवाल और भाजपा नेता कमलदत्त शर्मा ने कहा कि भगवान जगन्नाथ जी की शोभा यात्रा निकाली जाएगी। इस मामले में प्रशासन से बात करेंगे। प्रभु में सभी की आस्था है और हम सभी को इसका ध्यान रखना चाहिए। वहीं समाज का अन्य वर्ग भी शोभा यात्रा को निकालने की बात पर अड़ा हुआ है।