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उतराखंड पुलिस ने ली एक अनाथ लड़की को गोद ,कराई धूम-धाम से शादी .आज भी मानवता जिन्दा है

 उत्तराखंड पुलिस के प्रयासों की तारीफ खूब हो रही है। एक अनाथ बच्ची की शादी पुलिसवालों ने कराई। इसकी चर्चा हो रही है। लड़की का नाम पुष्पा है। पुलिस ने बहन की तरह उसकी शादी कराई और बारात निकाला। एसपी भी शादी में शामिल हुईं। वहीं, इंस्पेक्टर ने कन्यादान किया।

पिथौरागढ़: उत्तराखंड के पिथौरागढ़ पुलिस लाइन में हुई शादी की चर्चा आज हर तरफ हो रही है। एक पुलिस अधिकारी ने बड़ा दिल दिखाते हुए एक अनाथ लड़की को गोद लिया। उसकी इस तरह शादी कराई, जैसे वह उसकी अपनी बहन हो। उनकी शादी में शामिल सभी पुलिसकर्मियों ने अपने भाइयों की तरह पालकी उठाई। मानवता का प्रतीक यह घटना के बारे में जिसने सुना, वह पुलिसकर्मियों के इस प्रयास की तारीफ कर रहा है। अनाथ के लिए भाई-बहन की तरह खड़े होकर शादी की रस्म निभाने वाली पुलिस की हर तरफ चर्चा हो रही है। यह कहानी है पुष्पा की। पिथौरागढ़ के धारचूला गांव की पुष्पा नाम की एक युवा लड़की ने महज पांच साल की उम्र में ही अपने माता-पिता को खो दिया। उसके बाद दादी ने ही उनकी देखभाल की, लेकिन, 10 साल से भी कम समय पहले उनकी भी मृत्यु हो गई। दादी की मौत के बाद पुष्पा अनाथ हो गई। किसी तरह उसका दिन कट रहा था।

काम की तलाश में आई पिथौरागढ़

पुष्पा को पेट की आग ने सताना शुरू किया तो उसने पिछले दिनों पिथौरागढ़ का रुख किया। काम की तलाश कर रही पुष्पा को एक स्थान पर नौकरी मिली। लेकिन, कुछ समय बाद वहां से उसे हटना पड़ा। इसके बाद स्थिति और खराब हो गई। वह सोच ही नहीं पा रही थी कि क्या करे। रहने को घर नहीं थे। सिर छुपाने के लिए पिथौरागढ़ के एक मंदिर में पहुंच गई। इसी दौरान वहां से गुजर रहे पिथौरगढ़ पुलिस इंस्पेक्टर नरेश चंद्र जखमोला की नजर पुष्पा पर पड़ी।

इंस्पेक्टर जखमोला अकेली लड़की को इस प्रकार देखकर पूछताछ शुरू कर दी। पुष्पा ने अपने बारे में बताया। उसने इंस्पेक्टर से कोई काम दिलाने को कहा, ताकि रहने को घर हो और पेट की आग बुझ सके। हालांकि, इंस्पेक्टर ने जब उस लड़की की कहानी सुनी तो उनके मन में पुष्पा को गोद लेने का विचार आया।

बहन बनाकर ले आए घर

इंस्पेक्टर नरेश चंद्र जखमोला ने पुष्पा को गोद ले लिया। अपनी बहन के रूप में घर ले आया। उन्होंने इस मामले की जानकारी एसपी रेखा यादव और सीओ परवेज अली को दी। कुछ दिन बाद पुष्पा की शादी स्थानीय युवक विपिन से तय हो गई। नरेश चंद्रा ने अन्नस्थानम में उनकी शादी की भव्य व्यवस्था की। समारोह पुलिस लाइन के गौरी हॉल सभागार में आयोजित किया गया। परंपरा के अनुसार, धूमधाम से उसकी शादी कर ननद के पास भेज दिया गया। इस शादी में उनके साथी पुलिसकर्मी भी उनके साथ थे। उन्होंने आर्थिक सहयोग देकर बेटी की शादी की।

पुलिसकर्मियों ने पालकी अपने भाइयों की तरह उठाई। पिथौरगढ़ एसपी रेखा यादव सहित वरिष्ठ अधिकारी शादी में शामिल हुए और नवविवाहितों को आशीर्वाद दिया। अनाथ लड़की को बहन बनाकर शादी करने वाली पुलिस की दरियादिली से हर कोई हैरत में है।

पुलिस लाइन में पहली बार बजी शहनाई

पिथौरागढ़ पुलिस लाइन में पहली बार ऐसा हुआ कि वहां पर शहनाई बजी। पिथौरागढ़ की पुलिस लाइन में एक अनाथ लड़की की शादी का आयोजन किया गया था। पुलिसकर्मियों ने इस दौरान एक भव्य भोज का आयोजन किया। आमतौर पर रिजर्व बलों के रहने या सजा के तौर पर तैनात पुलिसकर्मियों के लिए इस्तेमाल की जाने वाली यह सादगी भरी जगह मंगलवार को एक शानदार शादी स्थल में बदली हुई दिखी। इस भावनात्मक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एसपी बनीं।

21 वर्षीय दुल्हन पुष्पा भट्ट की कहानी किसी का भी दिल पिघला सकती है। पुष्पा ने पांच साल की उम्र में अपने माता-पिता दोनों को खो दिया था और उसका पालन-पोषण उसकी दादी ने किया था। पुष्पा ने पांच साल की उम्र में अपने माता-पिता दोनों को खो दिया था। इसके बाद दादी ने उसको पालना शुरू किया। लेकिन, जब पुष्पा 10 वर्ष की हुई तो दादी का भी साथ छूट गया। अनाथ होकर वह जीवन में आगे बढ़ने के लिए अजनबियों की दया पर निर्भर थी।

माना था मां दुर्गा का आशीर्वाद

करीब 25 दिन पहले पुष्पा काम की तलाश में बलवाकोट में अपने घर से पिथौरागढ़ शहर आई थी। रिजर्व इंस्पेक्टर नरेश चंद्र जखमोला ने उसे सड़क किनारे अकेली बैठी हुई पाया। एक पुलिसकर्मी होने के नाते उससे कई सवाल पूछे। जब तक पुष्पा ने उनका जवाब दिया। जखमोला ने तय कर लिया था कि वह उसे गोद लेंगे। इंस्पेक्टर जखमोला ने कहा कि मैंने उसे मां दुर्गा का आशीर्वाद माना। मेरे दो बेटे हैं और जब मैं पुष्पा से मिला तो मुझे लगा कि वह मेरी बेटी है, जो कभी नहीं थी। मैंने उससे कहा कि अब तुम मेरी बेटी हो और तुम्हें किसी बात की चिंता नहीं है और उसे घर ले आया। मेरे परिवार ने उसका तहे दिल से स्वागत किया।

इंस्पेक्टर जखमोला के बेटे की सास ने करीब एक सप्ताह बाद उनसे संपर्क किया। वह अपने किसी रिश्तेदार के लिए दुल्हन की तलाश कर रही थीं। इंस्पेक्टर ने इसे इश्वर का एक संकेत माना। इंस्पेक्टर जखमोला ने पुष्पा को उस परिवार से मिलवाया। पुष्पा के एक पैर में मामूली विकलांगता के बावजूद, टीवी केबल ऑफिस में काम करने वाले बिपिन उपाध्याय ने शादी के लिए हामी भर दी। पुष्पा ने खुशी-खुशी सहमति दे दी।

एसपी को दी मामले की जानकारी

अनाथ बच्ची की शादी तय होने की जानकारी इंस्पेक्टर जखमोला ने एसपी रेखा यादव को दी। एसपी ने कहा कि जब मैंने इसके बारे में सुना, तो मुझे लगा कि यह एक नेक विचार है। मैंने तुरंत जिला पुलिस इकाई के सहयोग का वचन दिया। हम सभी ने जिला पुलिस लाइन में शादी के आयोजन के लिए स्वेच्छा से योगदान दिया। पुष्पा अब सिर्फ जखमोला की बेटी नहीं बल्कि पूरी जिला पुलिस इकाई की बेटी है। वहीं, इंस्पेक्टर जखमोला ने कहा कि मैंने कन्यादान किया। सभी पुलिसकर्मियों ने पुष्पा को आश्वासन दिया कि वे उसकी पढ़ाई में सहयोग करेंगे और उसे कॉलेज जाने में मदद करेंगे।

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