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जीतन सहनी के हत्या के मामले में हुआ बड़ा खुलासा

  • बिहार के दरभंगा जिले के सुपौल में वी आई पी के चीप मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी के हत्या के बारे में बड़ा खुलासा हुआ। पुलिस का दावा है कि इस वारदात को चार लोगो ने मिलकर अंजाम दिया जिसका कारण लेनदेन बताया जा रहा है। सीसीटीवी के फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपियों ने पुलिस के पूछ ताछ में अपना गुनाह कबूल करते हुए इसकी वजह भी बताई । पुलिस मामले की सभी कड़ियों को को जोड़ने की कोशिश में जुटी हुई है।आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस भी किया,जिसमे बताया गया कि गांव के ही दो लोगों ने जीतन सहनी के पास कुछ रुपए लेकर अपनी बाइक गिरवी रखी थी।सोमवार की रात करीब 10:30 बजे ये दोनो लोग अपने दो अन्य साथियों के साथ गिरवी रखी बाइक को छुड़ाने आए थे। यहां इन लोगो का जीतन सहनी के साथ ब्याज के पैसे को लेकर विवाद हो गया,जिसके दौरान आरोपियों ने चाकू से ताबड़तोड़ वार कर उनकी हत्या कर दी। पुलिस के अनुसार पकड़े गए आरोपियों का दो दिन पहले भी जीतन सहनी के साथ झगड़ा हुआ था। उस समय आरोपियों ने जीतन सहनी को सबक सिखाने की धमकी भी दी थी। हत्या की पूरी तैयारी के साथ आए थे आरोपी। पुलिस के अनुसार चारों आरोपियों के पास लंबे फल वाले चाकू थे और चारों ने एक साथ मिलकर जीतन सहनी पर हमला किया। जिसकी बाइक थी उसी ने चाकू से जीतन सहनी के पेट में बार बरवार करते हुए चाकू को नीचे से ऊपर की ओर खींचते हुए पेट को फाड़ डाला, जिसके कारण जीतन सहनी की अतरियां पेट से बाहर आ गई।पुलिस के मुताबिक जीतन सहनी के मरने के बाद भी उनपर हमले होते रहे।इसके अनुसार आरोपी जीतन सहनी के घर में करीब 10:30 बजे घुसे और आधे घण्टे में वारदात को अंजाम देकर निकल गए। उनके घर के पास लगे सी सी टी वी कैमरे में इन बदमाशों के उनके घर में आने और जाने का फुटेज रिकॉर्ड हुआ है।इसी फुटेज के आधार पर पुलिस ने आरोपियों की पहचान कर उनके मोबाइल लोकेशन के आधार पर दरवेस देकर मंगल वार को ही हिरासत में ले लिया गया और जरूरी पूछ ताछ के बाद इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।आपको बता दे कि वी आई पी के मुकेश सहनी के पिताजी दरभंगा के सुपौल स्थित अपने घर में अकेले ही रहते थेबिहार के दरभंगा जिले के सुपौल में वी आई पी के चीप मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी के हत्या के बारे में बड़ा खुलासा हुआ। पुलिस का दावा है कि इस वारदात को चार लोगो ने मिलकर अंजाम दिया जिसका कारण लेनदेन बताया जा रहा है। सीसीटीवी के फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपियों ने पुलिस के पूछ ताछ में अपना गुनाह कबूल करते हुए इसकी वजह भी बताई । पुलिस मामले की सभी कड़ियों को को जोड़ने की कोशिश में जुटी हुई है।आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस भी किया,जिसमे बताया गया कि गांव के ही दो लोगों ने जीतन सहनी के पास कुछ रुपए लेकर अपनी बाइक गिरवी रखी थी।सोमवार की रात करीब 10:30 बजे ये दोनो लोग अपने दो अन्य साथियों के साथ गिरवी रखी बाइक को छुड़ाने आए थे। यहां इन लोगो का जीतन सहनी के साथ ब्याज के पैसे को लेकर विवाद हो गया,जिसके दौरान आरोपियों ने चाकू से ताबड़तोड़ वार कर उनकी हत्या कर दी। पुलिस के अनुसार पकड़े गए आरोपियों का दो दिन पहले भी जीतन सहनी के साथ झगड़ा हुआ था। उस समय आरोपियों ने जीतन सहनी को सबक सिखाने की धमकी भी दी थी। हत्या की पूरी तैयारी के साथ आए थे आरोपी। पुलिस के अनुसार चारों आरोपियों के पास लंबे फल वाले चाकू थे और चारों ने एक साथ मिलकर जीतन सहनी पर हमला किया। जिसकी बाइक थी उसी ने चाकू से जीतन सहनी के पेट में बार बरवार करते हुए चाकू को नीचे से ऊपर की ओर खींचते हुए पेट को फाड़ डाला, जिसके कारण जीतन सहनी की अतरियां पेट से बाहर आ गई।पुलिस के मुताबिक जीतन सहनी के मरने के बाद भी उनपर हमले होते रहे।इसके अनुसार आरोपी जीतन सहनी के घर में करीब 10:30 बजे घुसे और आधे घण्टे में वारदात को अंजाम देकर निकल गए। उनके घर के पास लगे सी सी टी वी कैमरे में इन बदमाशों के उनके घर में आने और जाने का फुटेज रिकॉर्ड हुआ है।इसी 70 वर्षीय जीतन सहनी की देख रेख और खाना बनाने के लिए उनके साथ दो नौकर भी रहते थे जो खाना बना खिला कर रात में अपने घर चले जाते थे।उसके बाद जीतन सहनी गेट में ताला लगा कर सो जाते थेफुटेज के आधार पर पुलिस ने आरोपियों की पहचान कर उनके मोबाइल लोकेशन के आधार पर दरवेस देकर मंगल वार को ही हिरासत में ले लिया गया और जरूरी पूछ ताछ के बाद इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।आपको बता दे कि वी आई पी के मुकेश सहनी के पिताजी दरभंगा के सुपौल स्थित अपने घर70 वर्षीय जीतन सहनी की देख रेख और खाना बनाने के लिए उनके साथ दो नौकर भी रहते थे जो खाना बना खिला कर रात में अपने घर चले जाते थे।उसके बाद जीतन सहनी गेट में ताला लगा कर सो जाते थे में अकेले ही रहते थे
    अपराधियों को उनका ये रूटीन पता था,इसलिए वारदात वाले दिन वो नौकरों के जाने के बाद उनके घर में घुस गए और घटना को अंजाम दिया।

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