उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले की महसी तहसील में भेड़ियों के कहर से दहशत का माहौल है। अबतक भेड़ियों ने 11लोगों को मार डाला है।भेड़ियों के हमलों से ग्रामीणों में दहशत का माहौल कायम हो गया है। लोगों में अपनी जान को लेकर डर बना हुआ है। लगभग 50 दिनों से स्थिति इतनी भयावह हो गई है कि हर रात इलाके में रहने वाले लोगों के लिए चुनौती बन रही है। भेड़ियों के हमले के डर से ग्रामीण लगातार 49 रातों से जाग रहे हैं। भेड़ियों के बढ़ते हमलों से अपने बच्चों को बचाने के लिए गांव वाले सतर्क कदम उठा रहे हैं। भेड़ियों के हमलों की खौफ के 50 दिन पूरे हो रहे हैं। ऐसे में अब लोगों के मन में एक ही सवाल उठ रहा है कि आखिर इन आदमखोरों का अंत कब तक होगा।
बहराइच में भेड़ियों का खौफ इस कदर है कि स्थानीय लोग अपनी रक्षा के लिए लाठी-डंडों और घर में बने हथियारों के साथ गश्त कर रहे हैं। हर गांव में तैनात वन विभाग कर्मियों ने लोगों से एहतियात बरतने का निर्देश दिया गया है। वे सभी को घर के अंदर सोने की सलाह भी दे रहे हैं। गांव की सुरक्षा में लगे कर्मियों में से एक ने कहा कि हम घर-घर जाकर लोगों को अपने घरों के अंदर सोने का निर्देश दे रहे हैं। अगर कोई इसका पालन नहीं करता है तो हम सख्त कार्रवाई करेंगे, क्योंकि हमारी प्राथमिकता मासूम बच्चों और ग्रामीणों की जान बचाना है।
50 गांवों में मचाया आतंक
बहराइच में संकट तब शुरू हुआ, जब छह भेड़ियों के एक झुंड ने क्षेत्र के 50 गांवों में आतंक मचाना शुरू कर दिया। वन विभाग ने चार भेड़ियों को पकड़ने में कामयाबी हासिल की है। हालांकि, इनमें से दो नरभक्षी अभी भी शिकार की तलाश में हैं। ये शिकारी पहले ही कम से कम 10 बच्चों और एक महिला की जान ले चुके हैं। इन भेड़ियों के कई क्रूर हमलों में 51 अन्य घायल हो चुके ।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इससे पहले अधिकारियों को राज्य के कुछ इलाकों में भेड़ियों और तेंदुओं के लगातार हमलों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। उन्होंने इन जानवरों को पकड़ने और नियंत्रित करने के महत्व पर जोर दिया और साथ ही सुरक्षा उपायों के बारे में लोगों में जागरूकता भी बढ़ाई। वन मंत्री को मानव-पशु संघर्ष से प्रभावित जिलों में वरिष्ठ अधिकारियों को तैनात करने और बहराइच, सीतापुर, लखीमपुर, पीलीभीत और बिजनौर जैसे क्षेत्रों में कर्मियों की संख्या बढ़ाने का काम सौंपा गया है।
सीएम के निर्देश के बाद एक्शन लगातार जारी है। सभी संबंधित विभागों की ओर से संयुक्त गश्त बढ़ा दी गई है तथा प्रकाश संबंधी समस्याओं का सामना कर रहे ग्रामीण क्षेत्रों में उपयुक्त लाइट की व्यवस्था की गई है। साथ ही, लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है।बहराइच में 49 रातों से लोगों की नींद गायब, 11 मौतों से दहशत, एक ही सवाल- कब खत्म होगा भेड़ियों का आतंक ।