- पटना समेत पूरे पूर्व मध्य रेलवे में चल रही वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी की घटनाएं बीते एक साल में एक दर्जन से ज्यादा मामले सामने आए हैं। दानापुर मंडल में आरपीएफ ने करीब 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, फिर भी पत्थरबाजी की समस्या लगातार बढ़ते हीं जा रही है, खत्म होने का नाम हीं नहीं ले रही है।
हावड़ा न्यू जलपाईगुड़ी रूट पर तीन नाबालिक लड़कों को भी पत्थरबाजी करते पकड़ा गया है। और 10 पकड़े गए, जिनसे पूछताछ के दौरान पता चला है कि कई युवक नशे में या फिर मज़े लेने के लिए वंदे भारत पर पत्थर मारते हैं। खगड़िया जिले का एक युवक, जो ग्रेजुएशन कर चुका है, ने स्वीकार किया कि वह स्मैक पीने की लत के कारण पत्थरबाजी करता था।
वंदे भारत जैसी वीआईपी ट्रेन में पत्थरबाजी के साथ-साथ शराब की तस्करी भी हो रही है। मोकामा पुलिस ने हाल ही में वंदे भारत से शराब की बड़ी खेप के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार किया था। इन घटनाओं ने रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। आरपीएफ से मिली जानकारी के अनुसार, पत्थरबाजी करने वाले अधिकतर युवा 12 से 25 साल के उम्र के हैं। वे रेलवे ट्रैक के पास रहने वाले इलाकों से आते हैं और अक्सर गलत संगत में रहते हैं।