बिहार के सिवान और सारण में 32 लोगों के मौत के बाद आखिरकार नींद से जाग गई नितीश सरकार . मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने छपरा में जहरीली शराब से मौत के बाद बड़ी और उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है . दरअसल बीती दिनों खबर आती है जहां बिहार के छपरा और सिवान में 32 लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हो जाती है इतना ही नहीं 50 लोग गंभीर स्थिति में अस्पतालों में भर्ती है वहीं 11 लोगों ने अपनी आंखों की रौशनी गवां दी है . इसके बाद आज नीतीश कुमार ने यानी बिहार सरकार के मध्य पीटने के बाद विपक्ष जब लगातार नीतीश कुमार पर नीतीश कुमार के सुशासन वाली सरकार पर शराबबंदी कानून पर सवाल उठा रहा है, तब जाकर के नीतीश कुमार ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है, हाई लेवल मीटिंग बुलाई है, साथ ही साथ बिहार के डीजीपी को भी बड़ा आदेश नीतीश कुमार ने दे दिया है. तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को सिवान और सारन जिला में हुई जहरीली शराब कांड की उच्च स्तरीय समीक्षा की है. समीक्षा के पश्चात मुख्यमंत्री ने मद्द निषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग के सचिव को निर्देश दिया है कि वे घटनास्थल पर जाकर पूरी स्थिति की जानकारी लेकर, सभी बिंदुओं पर सघन जांच करें. मुख्यमंत्री से एजी की पूरी टीम को घटनास्थल पर जाकर उसकी सघन जांच कर इस कांड में संलिप्प्ट लोगों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने का निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री के पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिया कि पूरे घटनाक्रम की अपने स्तर से लगातार मॉनिटरिंग करते रहे और इस घटना के लिए जो भी दोषी हो उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही करें. उन्होंने राज्य के लोगों से अपील करते हुए कहा कि शराब पीना बुरी बात है , यह लोगों को समझना चाहिए. शराब पीने से न सिर्फ स्वास्थ्य खराब होता है बल्कि परिवार और समाज में शांति का माहौल भी उत्पन्न होता है. राज्य में पूर्ण शराब बंदी लागू है इसका सभी लोग पालन कर रहे हैं. कुछ असामाजिक तत्व समाज में अशांति पैदा करना चाहते हैं. उनसे सतर्क रहें, सिवान और सारण जिले में पिछले 48 घंटे के दौरान जहरीली शराब का मामला सामने आया है . जिसमें लगभग 32 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं दर्जनों लोगों के अभी भी बीमार हालत में अस्पताल में दाखिल है. दरअसल छपरा और सिवान के 16 गांव में जहरीली शराब का यह कहर टूटा है. दावा किया गया है कि भगवानपुर मेले में बेची गई स्पिरिट से बनी शराब को पीकर लोग बीमार हुए हैं. वहीं दो गांव में मछली पार्टी भी हुई और लोगों ने शराब पी है, बाद में बुधवार को कई लोगों की तबीयत बिगड़ी और अब तक के रिपोर्ट्स के अनुसार जो जानकारी सामने आई है, समें अब तक 32 लोगों ने जहरीली शराब पीने से अपना दम तोड़ दिया है , 50 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है ,अस्पतालों में भर्ती करवाए गए हैं कुछ लोगों को पटना पीएमसीएच में भी रेफर कर दिया गया है 11 लोगों ने अपनी आंखों की रोशनी गंवा दी है . जहां एक तरफ बिहार में 2016 से ही शराब बंदी कानून लागू है वंही दूसरी तरफ हर गली और चौराहों पर करीब करीब शराब बेचीं जाती है . यूँ तो नीतीश कुमार सार्वजनिक मंचों पर लगातार यह कहते रहते हैं कि बिहार में पूर्णता शराब बंदी कानून है, इसके बावजूद भी लगातार ऐसी खबरें सामने आती रहती है, जहां लोगों की अकसर हीं जहरीली शराब पिने से उनकी मृत्यु हो जाती है. शराब माफिया जो है वह धड़ल्ले से बिहार मेंअपना धंधा चला रहे हैं. और अभी जहां एक तरफ सिवान से बड़ी खबर 32 लोगों की जहरीली शराब पिने से उनकी मौत हो गई है. जिसके बाद अब नीतीश कुमार ने एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है, एक हाई लेवल मीटिंग बुलाई है .अब देखना ये है कि क्या कुछ करते हैं मुख्यमंत्री नितीश कुमार इस मामले में .