आइए जानते हैं एक ऐसी लेडी सिंघम के बारे में जो नारी जाती की शान है, अपरधियों के लिए काल हैं और जनता पर लुटाती भरपूर प्यार है। यूपी की पहली पुलिस कमिश्ननर आईपीएस लक्ष्मी सिंह ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की , इसके बाद लेडी सिंघम ने समाजशास्त्र से एमए की डिग्री हासिल की। वर्ष 2000 में उन्होंने टॉपर स्थान हासिल कर आईपीएस चुना। वर्ष 2014 में उन्हें आगरा में डीआईजी पद पर प्रमोट कर भेजा गया। वहां आईपीएस लक्ष्मी सिंह की अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की चर्चा आज भी होती है। लेडी सिंघम को सीएम योगी आदित्यनाथ के पसंदीदा पुलिस अधिकारियों के रूप में जाना जाता है। ईमानदार और तेज तर्रार छवि के कारण वर्ष 2019 में उन्हें राजधानी लखनऊ की जिम्मेदारी दी गई। वर्ष 2018 में लेडी सिंघम को आईजी पद पर प्रमोट किया गया था। आईपीएस लक्ष्मी सिंह को जो भी केस दिए गए, उसे तेजी से निपटाया। सीएम योगी ने उन्हें विकास दुबे कांड की जांच सौंपी थी। इस मामले में उन्होंने वर्दी के पीछे छुपे अपराधियों की पहचान की और कार्रवाई हुई। उन्नाव के खेत में रस्सी से बंधी तीन लड़कियों के मामले की जांच की जिम्मेदारी उन्होंने निभाई। मामला हाथ में लेने के तीन दिनों के भीतर अभियुक्तों को तीन दिनों के भीतर जेल की सलाखों के पीछे भेजने में सफलता मिली। उत्तर प्रदेश के जनपद गौतमबुद्ध नगर में नवनियुक्त पुलिस कमिश्नर 2000 बैच की महिला आईपीएस लक्ष्मी सिंह ने एक दिसम्बर 2022 को अपना चार्ज ग्रहण किया था। तेज तर्रार आईपीएस लक्ष्मी सिंह ने जनपद का चार्ज लेते ही जिले की कानून व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए लगातार प्रयास कर रहीं हैं। लेडी सिंघम का कहना है कि नोएडा एक हाईटेक सिटी है और इसे बेहतर पुलिसिंग देने का यथासंभव प्रयास किया जाएगा।