हुआ ये कि अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूरोपीय संघ को धमकी देते हुए कहा कि यूरोपीय संघ को अमेरिका से ज्यादा मात्रा में तेल और गैस खरीदनी होगी, वर्ना उसके ऊपर टैक्स ज्यादा देना पड़ेगा। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने देश का भला करने के लिए दूसरे देशों पर दबाव बनाने लगे हैं। उन्होंने यूरोपीय संघ (ईयू) को धमकी दी कि वह अमेरिका से तेल और गैस खरीदकर अमेरिका के साथ अपने व्यापार घाटे को कम करे। अगर यूरोपीय संघ ऐसा नहीं करता है तो उसके ऊपर टैरिफ यानी ज्यादा टैक्स लगा दिया जाएगा।
अमेरिकी आंकड़ों के अनुसार साल 2022 में अमेरिका और यूरोपीय संघ के बीच व्यापार घाटा 131.3 बिलियन डॉलर था। वहीं यूरोपीय आयोग के प्रवक्ता ओलोफ गिल ने सीएनबीसी को जवाब देते हुए कहा कि ,’यूरोपीय संघ और अमेरिका की अर्थव्यवस्थाएं काफी गहरी हैं। इसमें संतुलित व्यापार और निवेश है। हम ट्रंप के साथ चर्चा करने के लिए तैयार हैं कि हम पहले से ही मजबूत संबंधों को और कैसे मजबूत कर सकते हैं। इसमें एनर्जी सेक्टर में हमारे साझा हितों पर चर्चा करना भी शामिल है।’इकनॉमिक टाइम्स के अनुसार गिल ने कहा कि ईयू रूसी ऊर्जा आयात को समाप्त कर देगा। साथ ही उन्होंने आपूर्ति स्रोतों में विविधता लाने के लिए यूरोपीय संघ की प्रतिबद्धता का उल्लेख किया।
यूरोपीय संघ के एक वरिष्ठ राजनयिक ने नाम न बताने की शर्त पर सीएनबीसी को बताया कि उन्हें ट्रंप के बयान का पहले से ही अनुमान था। उन्होंने अमेरिकी आयात बढ़ाने के लिए ऊर्जा को एक बेहतर विकल्प माना। यूरोपीय संघ यानी ईयू 27 यूरोपीय देशों का एक राजनीतिक और आर्थिक गठबंधन है। इसमें शामिल ज्यादातर देश यूरो करेंसी में व्यापार करते हैं। इसका गठन दूसरे विश्व युद्ध के बाद हुआ था। इसमें ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, बुल्गारिया, डेनमार्क, फ्रांस, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड्स, स्पेन, स्वीडन आदि देश शामिल हैं। यूरोपीय संघ अपने निर्यात का लगभग 5वां हिस्सा अमेरिका को भेजता है। अमेरिका यूई के निर्यात का सबसे बड़ा उपभोक्ता है। प्राथमिक व्यापार घाटा मशीनरी और वाहनों में है जो 2023 में 102 बिलियन यूरो तक पहुंच जाएगा। हालांकि, अमेरिका ऊर्जा व्यापार में 70 बिलियन यूरो का सरप्लस और सेवाओं में पर्याप्त सरप्लस बनाए रखता है।अमेरिका वैश्विक तेल उत्पादन में अग्रणी है। साल 2023 में दुनिया भर में आपूर्ति का 22% हिस्सा अमेरिका से हुआ। ईआईए ने 2024 में रेकॉर्ड कच्चे तेल के उत्पादन का अनुमान लगाया है।
यूरोपीय संघ ने पहले अमेरिकी ऊर्जा खरीद बढ़ाने की योजना का संकेत दिया है। ट्रंप की इस धमकी से शुक्रवार सुबह यूरोपीय बाजारों में गिरावट आई। वहीं यूरो डॉलर के मुकाबले 0.2% बढ़कर $1.038 हो गया। अगर ईयू ट्रंप की इस बात को नहीं मानता है तो उस पर टैरिफ लगा दिया जाएगा। इसका सीधा सा मतलब है कि यूरोपीय संघ के देशों की कंपनियों को अमेरिका में चीजें बेचने के लिए ज्यादा टैक्स देना होगा। ऐसा होने पर ये चीजें अमेरिका में महंगी बिकेंगी जिससे उनकी बिक्री पर असर पड़ेगा। ट्रंप के इस धमकी का व्यवसायियों पर बुरा असर पड़ सकता है,और वहां का व्यापार प्रभावित हो सकता है।