आरा, भोजपुर में जन सुराज विचार मंच की जिला इकाई ने एक महत्वपूर्ण विचार गोष्ठी का आयोजन किया, जिसमें बिहार की मौजूदा स्थिति पर गंभीर चर्चा हुई।
शिक्षाविद डॉ के के सिंह ने अध्यक्षीय भाषण में बिहार की शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य सेवाओं की खराब स्थिति पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि बिहार में राजनीतिक व्यवस्था पूरी तरह से सड़ चुकी है और बदलाव की अत्यधिक आवश्यकता है। डॉ सिंह ने प्रशांत किशोर की पहल पर लोगों की बढ़ती उम्मीदों का भी उल्लेख किया।
चिकित्सक डॉ सुरेंद्र प्रसाद ने भ्रष्टाचार को समाज की सबसे बड़ी समस्या बताते हुए कहा कि इसका खात्मा करने के लिए ठोस पहल की जरूरत है।
वरिष्ठ अधिवक्ता सुरेंद्र प्रसाद सिंह और दिलीप गुप्ता ने बिहार की राजनीति को “दलदल” बताते हुए कहा कि जन सुराज को प्रत्येक कदम सावधानी से उठाना होगा।
शिक्षिका डॉ संगीता सिंह ने कहा कि शिक्षक और बुद्धिजीवी वर्ग जन सुराज से बड़ी उम्मीदें रखते हैं।
साहित्यकार मधुलिका सिंहा ने कहा कि बिहार में बदलाव लाने के लिए बुद्धिजीवियों को जन सुराज के साथ खड़े होना होगा।
गोष्ठी में कई अन्य प्रबुद्ध लोग भी शामिल थे जिनमें प्राध्यापक, शिक्षक, चिकित्सक, अधिवक्ता, व्यवसायी, सामाजिक कार्यकर्ता, शोधार्थी, और प्रतियोगी छात्र शामिल थे। सभी ने बिहार के वर्तमान हालात और जन सुराज की भूमिका पर अपने विचार रखे।
यह गोष्ठी बिहार में व्याप्त समस्याओं और उनसे निपटने के लिए जन सुराज की भूमिका पर चर्चा करने का एक महत्वपूर्ण मंच साबित हुआ।